Thursday, December 3, 2015

समरभूमि बगरू जय राजपूतना संघ

जय राजपुताना संघ
समर भूमि  का आयोजन 26 से 28  दिसम्बर 2014 को  बगरू में हुआ..इसमें 11 राज्यों से 250 व् राजस्थान को मिलाकर 500से अधिक  समर योद्धाओं ने भाग लिया समर भूमिका आयोजन कई मायनो में सफल रहा  इसमें इतिहास को पुनर्लेखन की भी शुरुवात हुयी जिसके तहत भाई येश पुंडीर की शोधपूर्ण पुस्तक क्षत्रिय राजपूत इतिहास परिचय  का विमोचन भी ब्रिगेडियर प्रताप सिंह जी व् चन्देल साब येशपाल राना व् समस्त समर योद्धावो के हाथो हुया समर भूमिमें  कर्मधारा कितनी प्रज्वलित हुई इसका अंदाजा सिर्फ इस बात से लगाया जासकता है” वहा 250 से अधिक समर योद्धाओं ने  शराब  मांसहार नहीं खाने  दहेज नहीं लेने  और चारित्रिक पतन नहीं करने  की शपथ ली”.समर भूमि वास्तविकरूप से  शस्त्र शास्त्रऔर संस्कार की निर्माण की कर्मभूमि बना समर भूमि  शिविर पूर्ण रूप से क्षत्रित्व निर्माण का साक्ष रहा और रहेगाऔरसमर योद्धावो के जोश का अंदाजा इस बात दिसम्बर की कड़ाके की सर्दी में भी सुबह पाच बजे उठ कर शीतल ताजातरीन जलसे खुले स्नान कर लेते थे  

आगे से ये शिवि




















र “सम्पूर्ण क्षत्रित्व निर्माणशिविर” के नाम से जाने जायेंगे   इसके लिए आप सभी को साधूवाद   अभी आगे समर भूमि शिविर आयोजित करने के लिए6 राज्यों(राजस्थान को छोड़कर) में समरभूमि शिविर आयोजित करने के लिए समय डेट लेने का  समर  होरहा है.भाईयो  जय राजपुतानासंघ  के साथ हम चलकर हमविचार शक्ति को  कर्मवाद के साथ मिलाकर परिणाम तय करना सीखते है जो की हमारा पुरातन ज्ञान था . भाईयो आवो और साथ मिलकर कर्मधारा से इतिहास बनाये 

No comments:

Post a Comment